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भक्ति शब्दों से नहीं भावों से होती है

भक्ति शब्दों से नहीं भावों से होती है| Feelings more important in prayer Share

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क्रूर जानवर (कुत्ते) पालना अशुभ

क्रूर जानवर (कुत्ते) पालना अशुभ Domesticating cruel animals inauspicious बहुत से लोग ऐसे हैं जो जानवरों से बेहद प्यार करते हैं और उन्हें अपने घर में पालने का शौक भी…

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मुनि के आगे १०८ क्यों लिखते हैं?

मुनि के आगे १०८ क्यों लिखते हैं? Number 108 for Saints दिगम्बर साधु जिन्हें मुनि भी कहा जाता है सभी परिग्रहों का त्याग कर कठिन साधना करते है। मुनियों के…

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सल्लेखना, समाधि मरण, संथारा क्या है?

सल्लेखना, समाधि मरण, संथारा क्या है? What is sallekhana, samadhi maran, santhara? “सल्लेखना (समाधि या सथारां) मृत्यु को निकट जानकर अपनाये जाने वाली एक जैन प्रथा है। इसमें जब व्यक्ति…

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भाव और स्वभाव

भाव और स्वभाव। Bhaav and Swabhav Share

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