Jainism

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क्या अस्पतालों में सल्लेखना-समाधि की व्यवस्था नहीं हो सकती?

क्या अस्पतालों में सल्लेखना-समाधि की व्यवस्था नहीं हो सकती? शंका क्या भारत में ऐसे अस्पताल नहीं बन सकते जहाँ जैन डॉक्टरों द्वारा सल्लेखना और समाधि की पूरी व्यवस्था हो? समाधान…

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क्या मुनि-महाराज राग, हास्य परिग्रह आदि से परे हैं?

क्या मुनि-महाराज राग, हास्य परिग्रह आदि से परे हैं? शंका मुनियों का अन्तरंग परिग्रह का त्याग होता है। परन्तु हास्य अन्तरंग परिग्रह में आता है। आचार्य श्री की जयमाला में…

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कर्म घुमाता है, किंतु, क्या केवल कर्म ही घुमाता है?

कर्म घुमाता है, किंतु, क्या केवल कर्म ही घुमाता है? शंका हम पूजा में पढ़ते हैं, ‘जड़ कर्म घुमाता है मुझको, यह मिथ्या भ्रान्ति रही मेरी…।’ तथा गीता का उपदेश…

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पूजा निराकुलता से करें, शोर के साथ नहीं!

पूजा निराकुलता से करें, शोर के साथ नहीं! शंका हम लोग जब कोई धार्मिक कार्य करते हैं तो उसमें बहुत आकुलता हो जाती है। आकुलता के साथ में जो पूजा-पाठ…

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पाँचों कल्याणक केवल तीर्थंकरों के ही होते हैं?

पाँचों कल्याणक केवल तीर्थंकरों के ही होते हैं? शंका २४ तीर्थंकर के तो पाँचों कल्याणक होते हैं, पर अनन्तानन्त सिद्ध भगवान मोक्ष जाते हैं तो उनके कल्याणक दो या तीन…

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