Religious

150 150 admin

जब सब कुछ कर्म और पुरुषार्थ से मिलता है फिर भगवान की भूमिका क्या है?

जब सब कुछ कर्म और पुरुषार्थ से मिलता है फिर भगवान की भूमिका क्या है? शंका जब सब कुछ हमारे कर्म और पुरुषार्थ पर ही निर्भर है, तो ऐसे में…

read more
150 150 admin

किसी की मृत्यु के पश्चात कितनी देर णमोकर मंत्र पढ़ना चाहिए?

किसी की मृत्यु के पश्चात कितनी देर णमोकर मंत्र पढ़ना चाहिए? शंका जब कोई जीव शान्त होता है, तो णमोकार मन्त्र कितने समय तक पढ़ना चाहिए और क्यों पढ़ना चाहिये?…

read more
150 150 admin

क्या घण्टे-दो घण्टे का त्याग भी कल्याणकारी हो सकता है?

क्या घण्टे-दो घण्टे का त्याग भी कल्याणकारी हो सकता है? शंका जब हम अभिषेक पूजन के दौरान दो घंटे मन्दिर में रहते हैं उस समय मन्दिर में जिन चीजों का…

read more
150 150 admin

हम भगवान को ‘तुम’ कह कर क्यों संबोधित करते हैं?

हम भगवान को ‘तुम’ कह कर क्यों संबोधित करते हैं? शंका लोक व्यवहार में उम्र में बड़े व्यक्ति को “तुम” कहकर नहीं बुलाते हैं लेकिन त्रिलोकीनाथ भगवान को हम लोग…

read more
150 150 admin

धर्मनिरपेक्षता का सही स्वरूप और अनेकांतवाद!

धर्मनिरपेक्षता का सही स्वरूप और अनेकांतवाद! शंका Secularism (धर्मनिरपेक्षता) आजकल एक बड़ा फैशनेबल वर्ड (शब्द) हो गया है। इसका सही स्वरूप क्या है? क्या जैनत्त्व के अनेकांत में यह निहित…

read more