Spiritual

150 150 admin

कौनसे पुरुषार्थ से नित्य निगोद से जीव निकलकर मोक्ष गये?

कौनसे पुरुषार्थ से नित्य निगोद से जीव निकलकर मोक्ष गये? शंका नित्य निगोद से ६२३ जीव निकले हैंं और उसी भव से मोक्ष गये, तो ऐसा उन्होंने कौन सा पुरुषार्थ…

read more
150 150 admin

पुरुषार्थ भी क्या नियति के अधीन है?

पुरुषार्थ भी क्या नियति के अधीन है? शंका पुरुषार्थ भी क्या नियति के अधीन है? समाधान ऐसा कुछ नहीं है। हमारे यहाँ ऐसे नियति के अधीन पुरुषार्थ नहीं बताया अपितु…

read more
150 150 admin

उपभोक्तावादी संस्कृति को नियंत्रित कैसे किया जाए?

उपभोक्तावादी संस्कृति को नियंत्रित कैसे किया जाए? शंका आज का युग उपभोक्तावादी संस्कृति का है इसके कुछ अच्छे परिणाम हैं, परन्तु उससे भी अधिक दुष्परिणाम हैं। हमें और समाज को…

read more
150 150 admin

अपने स्वरूप के चिंतन में आने वाले विकल्पों को कैसे शांत करें?

अपने स्वरूप के चिंतन में आने वाले विकल्पों को कैसे शांत करें? शंका अपने स्वरूप का चिन्तन करने में बार-बार विकल्प क्यों होते हैं और उसे कैसे शान्त करें? समाधान…

read more
150 150 admin

आत्म-विकास और भेद विज्ञान की पुष्टि कैसे करें?

आत्म-विकास और भेद विज्ञान की पुष्टि कैसे करें? शंका ऐसे क्या कार्य करें जिससे आत्मा का विकास हो और भेद-विज्ञान की दृष्टि बनी रहे? समाधान भावना भाओ, आत्म चिन्तन करो!…

read more