कौनसे पुरुषार्थ से नित्य निगोद से जीव निकलकर मोक्ष गये? शंका नित्य निगोद से ६२३ जीव निकले हैंं और उसी भव से मोक्ष गये, तो ऐसा उन्होंने कौन सा पुरुषार्थ…
पुरुषार्थ भी क्या नियति के अधीन है? शंका पुरुषार्थ भी क्या नियति के अधीन है? समाधान ऐसा कुछ नहीं है। हमारे यहाँ ऐसे नियति के अधीन पुरुषार्थ नहीं बताया अपितु…
उपभोक्तावादी संस्कृति को नियंत्रित कैसे किया जाए? शंका आज का युग उपभोक्तावादी संस्कृति का है इसके कुछ अच्छे परिणाम हैं, परन्तु उससे भी अधिक दुष्परिणाम हैं। हमें और समाज को…
अपने स्वरूप के चिंतन में आने वाले विकल्पों को कैसे शांत करें? शंका अपने स्वरूप का चिन्तन करने में बार-बार विकल्प क्यों होते हैं और उसे कैसे शान्त करें? समाधान…
आत्म-विकास और भेद विज्ञान की पुष्टि कैसे करें? शंका ऐसे क्या कार्य करें जिससे आत्मा का विकास हो और भेद-विज्ञान की दृष्टि बनी रहे? समाधान भावना भाओ, आत्म चिन्तन करो!…