उत्तम आर्जव एक राजा के पास एक व्यापारी विशेष प्रकार का दर्पण लेकर के पहुंचा। दर्पण देखने में सामान्य था लेकिन उसका मूल्य बहुत था। राजा ने मूल्य जान कर…
उत्तम आर्जव धर्म – वक्रता, कुटिलता, मायाचारी हमारे जीवन का टेढ़ापन है। -जीवन को सीधा वही कर पाते हैं जो साधना के प्रहार को झेलने के लिए तत्पर रहते हैं।…