अष्टान्हिका पर्व क्या और कैसे मनाये?
Celebrating Ashtanika Parv
“संपूर्ण श्रेष्ठ पर्वों में अष्टान्हिका पर्व का अपना विशेष महत्व है। कार्तिक, फाल्गुन व आषाढ़ के अंतिम आठ दिनों में यह पर्व आता है।अष्टमी से प्रारंभ होकर चतुर्दशी व पूर्णिमा तक आठ दिनों में पूरा होता है। इस पर्व में किए गए जप, तप, अनुष्ठान विशेष फलदायी हैं। पर्व के दौरान स्वर्ग के संपूर्ण देव मिलकर मध्य लोक के आठवें नंदीश्वर द्वीप में जाते हैं और धूमधाम से भक्तिभाव से अकृत्रिम चैत्यालयों में स्थिति जिनबिंबों की अर्चना करते हैं।
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