दिन में शादी, दिन में भोज, यही अहिंसा का उद्घोष
Day wedding and nonviolence
पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव में आके आज सारे मांगलिक कार्यों को रात में किया जाने लगा है जिसमे घोर हिंसा होती है , जैन समाज को जागना होगा और दिन में शादी, दिन में भोज, यही अहिंसा का उद्घोष इसे अपने जीवन में उतारना होगा – सुने मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार
Leave a Reply