भाग्य और पुरुषार्थ
Destiny vs Efforts
भाग्य और पुरुषार्थ एक दूसरे के पूरक हैं, वास्तविक रूप में भाग्य उन्हीं का साथ देता है जो स्वयं पर विश्वास करते हैं । जो अपने पुरुषार्थ के द्वारा अपनी कामनाओं की पूर्ति पर आस्था रखते हैं, वही व्यक्ति जीवन में सफलता के मार्ग पर अग्रसित होते हैं । सुनिये मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार।
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