धर्म संकट को टालता नहीं, संकट में संभालता है
Dharm doesn’t avoid but teaches to handle troubles
कई लोगों के मन में धर्म की अलग परिभाषा है लोग समझते है की धर्म करने से संकटों को टाल सकते हैं, लेकिन हमने जैसे कर्म करे है वैसा हमे भोगना ही पड़ेगा लेकिन अब सवाल ये आता है की जब धर्म करने से संकट टलेंगे नही तो धर्म क्यों करें? मुनि श्री प्रमाण सागर जी बता रहे हैं धर्म संकट को टालता नही संकट में संभलता है
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