धर्मी और पापी

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धर्मी और पापी
Dharmi and sinner

जैसे देवता और राक्षस हर युग मे हुए हैं वैसे ही धर्मी और पापी भी हर युग में होते हैं। पापी पाप कमाते रहेगे ओर धर्मी नेक कर्म करते रहेगे। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा धर्मी और पापी पर उनके विचार।

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