शंका
पूजा, प्रार्थना और उपासना में क्या अन्तर है?
समाधान
पूजा, प्रार्थना और उपासना ऊपर से देखा जाये, तो एक अर्थ है।
- पूजा – जहाँ अपने आराध्य के प्रति कुछ चढ़ाया जाये, उसको बोलते हैं पूजा।
- प्रार्थना – जहाँ आराध्य से कुछ कामना की जाये, कुछ भावना भायी जाये, उसका नाम है प्रार्थना।
- उपासना – उपासना बहुत व्यापक शब्द है; जितनी भी धार्मिक क्रियाएँ हैं, वे सब उपासना के अंतर्गत आती हैं। व्रत, उपवास, दान, पुण्य यह सब उपासना के अंतर्गत आते हैं और उपासना का एक दूसरा अर्थ होता हैः दोनों की आराधना करना।
इस प्रकार यह उपासना, पूजा, प्रार्थना तीनों में सूक्ष्म अंतर है।
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