शंका
जब हम स्कूल में प्रार्थना गाते हैं तो उसमें अन्य धर्मों के भगवान का भी नाम लिया जाता है। क्या इसमें मिथ्यात्त्व का दोष लगता है?
समाधान
जो भी प्रार्थना गाई जाए, उस समय यह सोचो कि यह ऐसी प्रार्थना है जो सारे लोगों के मंगल के लिए गाई जा रही है; और उस समय हम मन ही मन णमोकार जपते रहें।
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