विशेष नक्षत्र में दान का क्या महत्त्व होता है?
विशेष नक्षत्र में दान का महत्त्व यही है कि लोगों के अन्दर प्रेरणा जग जाती है और दान माँगने वाले की दुकान चल जाती है। आजकल ये धंधा चालू हो गया है- आज ये नक्षत्र है, इस नक्षत्र में दान दोगे तो कई गुना फलेगा। मैं आप सब को सावधान करता हूँ। दान तो आप इस भाव से दो ही मत कि ‘जितना दिया है उसका दो गुना मिले।’ दान तो हम अपने पाप को साफ करने के लिए देते हैं। अपने पापों के प्रक्षालन के उद्देश्य से दान देना चाहिए। दान देने के समय इस तरह की सौदेबाजी की बात करना मुझे जँचती नहीं है। कई लोग इस नाम से अपनी दुकान चला देते हैं। ये बात ठीक नहीं। किस नक्षत्र में दान देने से ज्यादा पुण्य मिलता है? मुझे ये तो नहीं मालूम, पर किस भाव से दान देने से ज्यादा पुण्य मिलता है? ये मुझे मालूम है- अत्यन्त अहो भाव और प्रसन्नता के भाव से आप दान दोगे तो आपको सातिशय पुण्य का बन्ध होगा और मैं आपसे एक बात और कहता हूँ- दान देने के लिए मुहूर्त मत देखो, जब मन में भाव आ जाये तब दे दो। क्योंकि दान देने से तुम्हारा दुर्मुहूर्त टलता है। दान देने के लिए मुहुर्त देखने की जरूरत नहीं है।
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