शंका
मैं भी वन्दना करता हूँ, मैं जैन नहीं हूँ। जितना जैन लोगों को फल मिलता है उतना ही मुझे मिलेगा या कम मिलेगा?
समाधान
पुण्य जैन और अजैनों को नहीं मिलता, पुण्य को मिलता है। अगर श्रद्धा से भरकर अजैन क्या? एक पशु भी चला जाए तो बड़े-बड़े जैनियों से ज्यादा पुण्य कमा सकता है। इसलिए अपनी श्रद्धा को बलवान रखो। पुण्य जाति देखकर नहीं होता पुण्य-पाप का सम्बन्ध भाव से है।
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