शंका
प्रभु की छत्र छाया तो हर कोई चाहता है परन्तु यही मन्दिर जी के शिखर की छाया जब घरों पर पड़ती है तब लोग कह्ते हैं कि यह अशुभ है, तो ऐसा क्यों?
अशोक सेठी, मीरा मार्ग, जयपुर
समाधान
मन्दिर के शिखर की छाया की जहाँ तक बात है, मन्दिर को घर से दूर होना चाहिए। कम से कम जहाँ तक हमारे मन्दिर की छाया पड़े, वहाँ तक हमें पाप के कार्य से बचना चाहिए। आपकी घर गृहस्थी में सभी तरह के पाप होते हैं तो यह एक प्रकार की असाधना है। भगवान के प्रति विनय और बहुमान को बनाये रखने के लिए यह व्यवस्था बनाई गई और इसका प्रभाव भी पड़ता है। इसके लिए कहा गया है कि सुबह नौ बजे से दोपहर के तीन बजे तक जहाँ मन्दिर की छाया पड़े वहाँ घर नहीं बनाना चाहिये। आप भगवान के समक्ष तो ऐसा कार्य नहीं करते न तो फिर पीछे क्यों?
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