शंका
मैं पिछले कुछ हफ्तों से भावना योग कर रहा हूँ। शारीरिक, मानसिक लाभ के अतिरिक्त मुझे तो प्रतिदिन नई प्रेरणा मिल रही है, इसी कारण कई बार आपके बताए स्तवन, प्रतिक्रमण, समता और कायोत्सर्ग की कई नई कमांड जोड़ देता हूँ अथवा क्रम बदल देता हूँ, क्या मैं गलत कर रहा हूँ?
नीरज कुमार जैन, इंदौर मध्य प्रदेश
समाधान
अविनय नहीं है और गलत भी नहीं है लेकिन इससे वांछित परिणाम नहीं मिलेंगे। जो भी भावना योग करते हैं उन सब से मैं यह कहना चाहूँगा, जो कमांड आपको दिए गए हैं प्रारम्भिक भूमिका में बहुत व्यवस्थित हैं, वही कमांड दें, उसमें जब आप पूरी तरह अभ्यस्त हो जाएं, फिर अपने लिए आवश्यक और अपेक्षित अतिरिक्त कमांड दे सकते हैं।
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