गुणायतन न्यास के वार्षिक अधिवेशन में पांच प्रमुख प्रस्ताव पारित, जनकल्याण और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े कदम
गुणायतन न्यास का वार्षिक अधिवेशन आज अत्यंत उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुआ। इस अधिवेशन में पांच प्रमुख प्रस्ताव पारित किए गए, जो न केवल समाज को नई दिशा देंगे, बल्कि जनकल्याण, शिक्षा और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में गुणायतन की भूमिका को और अधिक व्यापक बनाएंगे।
प्रस्ताव 1: जनकल्याणकारी योजना – अशोक दोशी जी
जैन समाज में कुछ आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं पर काम किया जाएगा। अधिवेशन को एक दिन से बढ़ाकर दो दिन का किया जाएगा, ताकि समाज के सक्षम व्यक्तियों के साथ व्यावसायिक बैठकों का आयोजन कर बिजनेस सपोर्ट इकोसिस्टम तैयार किया जा सके। यह पहल कमजोर वर्ग के लोगों को व्यवसाय में सहयोग देकर उन्हें सशक्त बनाएगी।
प्रस्ताव 2: छात्रावास की स्थापना – नवीन जी गोधा
बड़े शहरों में जैन समाज के छात्रों के लिए छात्रावास स्थापित किए जाएंगे। इसकी शुरुआत इसी माह इंदौर से होगी, जहां भूमि पूजन कर कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। यह छात्रावास न केवल छात्रों के रहने की व्यवस्था करेंगे, बल्कि उन्हें एक मजबूत सामुदायिक माहौल भी प्रदान करेंगे।
प्रस्ताव 3: शिक्षा के क्षेत्र में विस्तार – अनूप जी जैन (आईआरएस अधिकारी)
गुणायतन शिक्षा के क्षेत्र में विश्वस्तरीय योगदान देने की दिशा में तीन आधुनिक स्कूल स्थापित करेगा। ये स्कूल बड़े शहरों में होंगे, जहां आधुनिक और समग्र शिक्षा प्रदान की जाएगी। साथ ही, गांवों के समूहों में भी स्कूल खोले जाएंगे, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार हो। इन स्कूलों को जैन मंदिरों के पास स्थापित किया जाएगा और इनमें 75% शिक्षक जैन समुदाय से होंगे, जिससे मंदिरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके। प्रारंभिक रूप से राजस्थान के चंपारण और मध्य प्रदेश में दो स्थानों का चयन किया गया है।
प्रस्ताव 4: युवाओं के लिए नेटवर्किंग सेंटर – योगेंद्र जी
भारत की युवा आबादी को ध्यान में रखते हुए, जैन समाज के युवाओं के लिए एक नेटवर्किंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। यह केंद्र युवाओं को संगठित कर उन्हें धर्म और समाज सेवा में आगे लाने का प्रयास करेगा। समाज के प्रबुद्धजन इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
प्रस्ताव 5: स्कॉलरशिप और पेंशन का एकीकरण – एस.के. जैन जी
जैन समाज में कई समृद्ध परिवार अनौपचारिक रूप से स्कॉलरशिप और विधवा पेंशन जैसी सहायता देते हैं। गुणायतन इसे संगठित रूप देकर अधिक प्रभावी तरीके से लागू करेगा। गुणायतन के पास एफसीआरए (FCRA) और सीएसआर (CSR) फंड्स के माध्यम से इन योजनाओं को सुचारू रूप से संचालित करने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
गुणायतन का नया दृष्टिकोण
गुणायतन न्यास, जिसे अब तक केवल एक मंदिर निर्माण से जोड़ा जाता था, अब अपने विशाल 19,000 सदस्यीय नेटवर्क के साथ जनकल्याण और शिक्षा के क्षेत्र में ठोस कार्य करेगा। अधिवेशन में पारित इन पांच प्रस्तावों ने स्पष्ट कर दिया है कि मंदिर का पंचकल्याणक संपन्न होने के बाद गुणायतन न केवल धर्म के प्रचार-प्रसार में अग्रणी रहेगा, बल्कि समाज के हर वर्ग के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गुणायतन न्यास का यह व्यापक दृष्टिकोण समाज में एक नई ऊर्जा और दिशा का संचार करेगा।
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