शंका
आप के प्रवचन देखते-देखते जब भी माला फेरती हूँ, पूजा करती हूँ, तो हर समय भगवान की जगह आप ही नजर आते हो, तो महाराज श्री इसके लिए क्या करें?
समाधान
गुरुओं के समागम से भगवान के प्रति आस्था उत्पन्न होती है, आस्था बढ़ना बहुत अच्छी बात है और भगवान की जगह गुरु अगर दिखते हैं, तो यह समझना, जो गुरुओं के बताए मार्ग पर चलता है वही भगवान बन सकता है, यह श्रद्धा अपने अन्दर होना चाहिए।
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