क्या नारी के महिमामंडन से वह इंसान होना भूल गई?
Have ladies forget to be human, after being glorified as women?
नारीवाद एक ऐसा दर्शन है, जिसका उद्देश्य है- समाज में महिलाओं की विशेष स्थिति के कारणों का पता लगाना और उनकी बेहतरी के लिए वैकल्पिक समाधान प्रस्तुत करना। परन्तु क्या नारीवाद के वशीभूत होकर नारी अपनी बुनियाद भूल गयी है ? सुनते हैं मुनि श्री प्रमाण सागर द्वाराक्या नारी के महिमामंडन से वह इंसान होना भूल गई।
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