कोचीन में आठ-दस ही जैन परिवार हैं। हम लोगों ने वहाँ पर मन्दिर बनवाया है लेकिन वहाँ के समाज को हम कैसे बढ़ा सकते हैं? हम उसके लिए महाराज साहब से कुछ प्रकाश जानना चाहते हैं।
हेमेन्द्र अजमेरा, कोचीन, केरल
समाज बढ़ाने के कई उपाय हैं। कोचीन आज के समय में बहुत बड़ा व्यवसायिक केंद्र है। आप लोगों का भी लम्बा-चौड़ा व्यवसाय है। प्रयास कीजिये कि समाज के जरूरतमंद लोगों को वहाँ आमंत्रित किया जाए और उनके लिए रोजगार के अवसर दिए जाएं, रोजी- रोजगार के निमित्त से वहाँ लोग बसेंगे। आप लोग भी देश में जहाँ-कहीं भी बसे हो, अपने रोजगार के कारण ही बसे हो।
जैन समाज सम्पूर्ण देश में है, खासकर खंडेलवाल समाज के लोग तो पूरे देश में है। कहावत है, “जहाँ न जाए बैलगाड़ी, वहाँ जाए मारवाड़ी”। वे लोग सारे देश में हैं,विश्व के कोने-कोने में हैं। सब रोजी-रोजगार के निमित्त से ही गए हैं। आप रोजगार के अवसर विकसित कीजिये। कोचीन में बहुत सारे लोग हैं जिन्होंने अपनी इंडस्ट्रीज़ वहाँ लगाई हैं, लगा रहें हैं। कोशिश कीजिये कि आपको यदि कोई एम्प्लॉयमेंट (रोजगार) देना हो तो अपने साधर्मी जनों को देंगे ताकि वो वहाँ बसेंगे और आपका काम भी अच्छे तरीके हो।
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