शंका
व्रती स्त्री अव्रती परिवारजनों के साथ कैसे निभाए?
समाधान
अगर कोई व्रती स्त्री आगे बढ़ना चाहती हो तो आगे बढ़े और यदि उसके पति-पुत्र अव्रती हैं तो उन अव्रती पति और पुत्र के लिए भी अनुकूल वातावरण बनाये। उनके लिए भावना भाये कि वे भी आगे बढ़ें। यदि आगे न भी बढ़ पायें तो भी उनको असहयोग न करे। एक व्रती को घर के अव्रती सदस्यों को cooperate करना चाहिए और अव्रतियों को घर के व्रती पर अभिमान करना चाहिए।
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