शंका
एक स्त्री को घर-गृहस्थी में बहुत सी अनुकूल-प्रतिकूल परिस्थिति का सामना करना पड़ता है। उसमें अपने आप को संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है, ऐसे में क्या करना चाहिए?
समाधान
विपरीत परिस्थितियों में अपने आप को संभालना कठिन होता है लेकिन वही मनुष्य के विवेक की परीक्षा होती है। ऐसे समय में धैर्य से काम करना चाहिए और किसी बात की तुरन्त प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए और जैसी अपनी भूमिका है उसके अनुरूप काम करना चाहिए।
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