शंका
कर्म की क्रिया पुद्गल है, और आत्मा सजीव चेतन। तो कर्मों का परिणाम आत्मा पर कैसे पड़ता है?
समाधान
शराब का परिणाम आदमी पर पड़ता है या नहीं पड़ता है? पड़ता है। क्यों? शराब तो पुद्गल है और जीव चेतन है। पुद्गल शराब का असर हम पर पड़ सकता है, तो पुद्गल कर्म का असर पड़ने में क्या कठिनाई है? संसारी जीव अनादि से कर्म से लिप्त है। उसपर कर्मों का असर पड़ता है। इसमें कोई अजूबा नहीं है।
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