मैं प्रतिदिन भावना योग कर रहा हूँ, मेरी जिज्ञासा है कि क्या “मैं स्वस्थ्य हूँ, मैं मस्त हूँ, मैं बलवान हूँ, मैं शक्तिमान हूँ” बोलते समय तालियाँ बजाकर भक्ति कर सकते हैं? और आप जब सोहम -सोहम बोलते हैं, तब क्या हम स्वांस ले सकते हैं, कृपया समाधान दीजिए?
महावीर ठोले, महाराष्ट्र
“मै स्वस्थ हूँ, शक्तिमान हूँ, बलवान हूँ” बोलते समय अपने आप को वैसा महसूस कीजिए। अगर आप एकान्त में है, तो ताली आदि बजा सकते हैं, अन्दर कोई दिक्कत नहीं। भावना योग की सबसे बड़ी विशेषता है शरीर की क्रिया का इसमें कोई असर नहीं, आप चाहे जैसे करें लेकिन वह कमांड आपकी अन्तस चेतना में जानी चाहिए।
जहाँ तक सोहम का सवाल है साँस नहीं लोगे तो कहाँ जाओगे, साँस लेने में कोई बुराई नहीं हैं। आप नियमित कीजिए, मैं चाहूँगा कि जो लोग भावना योग कर रहे हैं, अपने अनुभवों को साझा करें, ताकि वो और लोगों के काम में आ सके।
Leave a Reply