शादी के आयोजन में अपव्यय करने से कैसे बचे?

150 150 admin
शंका

शादी के आयोजनों में लोग अपव्यय करते हैं। राजमल जी गोधा, जयपुर, यह ऐसे व्यक्ति है जिन्होंने अपने घर की हर शादी में 20 व्यंजनों से ज़्यादा कभी नहीं परोसे। और वह पानी को भी 20 व्यंजनों में काउंट करते हैं। जमीकंद का उपयोग नहीं करते। उनके घर की शादी में महिलाएँ और बच्चे सड़क पर कभी डांस नहीं करते। हम किस तरह से ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्ति का अनुसरण कर सकते है?

समाधान

बहुत अच्छी बात आपने कही। मुझे इसकी जानकारी नहीं थी और यदि ऐसा हुआ है, तो निश्चित ही बहुत अनुकरणीय उदाहरण है और सबको इसका पालन करना चाहिए और उनको साधुवाद भी देना चाहिए। लेकिन लोग इसका अनुकरण करें। समाज के प्रथम पंक्ति के लोगों का यह दायित्त्व है कि वह हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक परम्परा को बनाए, बिगाड़े नहीं। वे खुद पहल करके ऐसा आगे करेंगे तो पीछे के लोग जरूर उनका अनुकरण करेंगे। अगर उन्होंने यह किया तो बहुत-बहुत सराहनीय कार्य किया है। मैंने तो कल यह अपेक्षा रखी थी कि आनेवाले दिनों में जो शादी ब्याह के कार्यक्रम है, माँगलिक परिसरों में करने की बात जो मैंने की थी तो फाइव स्टार होटलों में न करके माँगलिक परिसरों में करें तो समाज में एक और अच्छी परम्परा की शुरुआत होगी। मुझे उम्मीद है यह बात भी मुझे आने वाले दिनों में सुनने को मिले।

Share

Leave a Reply