गुरुदेव आप ऐसे कौन से मन्त्र की जाप करते हैं, जो आप एक बार किसी चीज को पढ़ लेते हो, तो उसको अपने सिस्टम में सेव कर लेते हो?
पहली बात तो एक बार पढ़ने में सेव (SAVE) होता है, ऐसा कहना ठीक नहीं है। मैं न तो मन्त्र का जाप करता हूँ, न किसी को बार-बार पढ़ता हूँ। मैं ध्यान से सुनता हूँ और ध्यान से पढ़ता हूँ, पढ़ता नहीं स्कैन (SCAN) करता हूँ और सुनता नहीं फीड करता हूँ। आप लोग क्या करते हैं, ध्यान से सुनते नहीं, ध्यान से पढ़ते नहीं, रटने की कोशिश करते हो। हमारा ये अनुभव बताता है, किसी भी बात को आप ध्यान पूर्वक सुनोगे तो वो आप पर, आपके मानस पटल पर अंकित होगी और ये क्षमता आप लोगों के पास भी है। एक बार कोई बोलता है, आपको वो भी याद हो सकता है। एक बार सुनके याद होता है कि नहीं होता है? होता है, तो हम में और तुम में क्या अन्तर है? कोई गाली दे दे, एक ही बार सुनते हो और जिंदगी भर नहीं भूलते। कैपेबिलिटी है कि नहीं तुम्हारे पास? एक बात सुनकर याद हुआ न, आपने गाली ध्यान से सुनी, इसलिए याद हुई। अगर गाली दे रहा हो और आपका ध्यान-उधर उधर हो, तो थोड़ी याद रहेगा।
मैं आपसे केवल इतना कहता हूँ, जैसे गाली ध्यान से सुनते हो न, उसकी जगह अच्छी बातें ध्यान से सुनना शुरू कर दो, काम की बातें ध्यान से सुनना शुरू कर दो, सब याद हो जाएगा। आप काम की बातों पर ध्यान नहीं देते और बिना काम की बातों से ध्यान नहीं हटाते। एक मूवी देख के आते हो, पूरी स्टोरी (कहानी) आकर सुना देते हो, तो मेमोरी तो तुम्हारे पास भी है पर सब में कचरा भर रखा है। उस कचरे को बाहर निकालो, काम की बातों को रखो। इसी तरह पढ़ते समय यदि आप ध्यान पूर्वक पढ़ोगे तो आपको सब बातें याद हो जाएगी। उस शब्द को मत पढ़िए, अक्षर को मत पढ़िए, उसके चित्र को अपने माइंड में अंकित कर लीजिए, तो फिर आप उसे भूलोगे नहीं।
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