किसी को बहुत शारीरिक कष्ट होता है, तो उसको दूर करने के लिए PAIN KILLER ले लिया जाता है। वैसे ही किसी के जीवन में अधिक दुख आ जाये, कष्ट आ जाये, तो उसको तुरंत दूर करने के लिए अपने धर्मानुसार क्या कोई PAIN KILLER होगा?
उसे PAIN KILLER नहीं देना है, उसे MIND HEALER देना है। KILLING का काम हमारे धर्म में नहीं है, HEALING का काम हमारे धर्म में है। और यह बहुत अच्छा है; तत्व-ज्ञान का आश्रय लें, वस्तु-स्वरूप का विचार करें। मैं चार बातें कहता हूं; इन चार बातों को यदि व्यक्ति अपने जीवन में याद रखे, तो उसके जीवन में कैसा भी उतार-चढ़ाव होगा, अस्थिरता नहीं आयेगी।
१. जिसने जन्म लिया है, उसका मरना निश्चित है,
२. न हम कुछ लेकर आये हैं, न कुछ लेकर जायेंगे,
३. जो हम करेंगे, वही हम भरेंगे; और
४. न कोई हमारा है, न हम किसी के हैं।
बस ये चार बातें ध्यान में रखो, इसकी गहराई में डूबो, हर समस्या का समाधान हो जायेगा।
Leave a Reply