शंका
समाज में आपसी खींचतान के कारण जो energy waste (ऊर्जा व्यर्थ) होती है उसकी रोकथाम के लिए कुछ बताएँ? समाज में आपसी खींचतान के कारण व्यर्थ होने वाली ऊर्जा को कैसे बचाएँ?
समाधान
खींचतान बंद कर दो! लोगों को समझो, अपने आग्रह छोड़ो!
वास्तविकता में ये देखो खींचतान होती क्यों है? व्यक्ति अपने ईगो की पुष्टि के लिए खींचतान करता है, समाज को अगर समाज के कल्याण के लिए लोग जोड़ें, तो बात अलग है, किन्तु समाज को केवल अपनी सत्ता का अधिष्ठान मान करके जो चलाते हैं तो वहाँ खींचतान होती है। एक पंक्ति में मैं यह कहता हूँ कि समाज और धर्म को सेवा का आयतन मानें, सत्ता का अधिष्ठान नहीं। यदि इस मानसिकता में बदलाव हो जाए तो खींचतान खत्म हो जाएगी।
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