शंका
इस विषय-वासना में लिप्त युग में नैतिकता के मार्ग पर कैसे चलें?
समाधान
जहाँ फिसलन होती है वहाँ चलते समय हमें संभल कर के चलना पड़ता है। फिसलन भरे रास्ते पर यदि आपने थोड़ी सी भी असावधानी रखी तो कही भी गिर सकते हैं, इसलिए सतर्कता अपनाएँ संभल-संभल कर चलें। यह संसार है जिसमें सब तरफ फिसलन है इसमें आपको अपने आप को संभालना है।
दूसरी बात जब चारों तरफ प्रदूषित वायु हो तो उससे बचने का एक ही उपाय होता है, आप अपने खिड़की और दरवाज़े को बंद कर लें अपने आप को घर के अन्दर सुरक्षित रखें। सतर्कता, सावधानी और संयम ही मनुष्य को ऐसे विषम दौर में सुरक्षित रखता है।
Leave a Reply