शंका
आपने कहा था कि educated girls (शिक्षित कन्याओं) और बड़े शहर की लड़कियों को गाँव में शादी करने में कोई problem (परेशानी) नहीं होनी चाहिए, मैं इस बात से सहमत हूँ। पर महाराज जी आप उस गाँव के लोग या परिवार के लोगों में कुछ बदलाव लाने के लिए सुझाव दीजिए।
समाधान
बदलाव तो अपने आप आ जायेगा जब अच्छे लोग आएँगे, पढ़े लिखे लोग आएँगे तो गाँव के लोग भी पढ़े लिखे हो जाएँगे। पर मुश्किल ये है कि गाँव में पढ़ी-लिखी लड़कियाँ जाना नहीं चाहतीं, तो वहाँ वो ही आती हैं और वहाँ का वातावरण वैसे ही बना रहता है। पढ़े-लिखे होने का मतलब यही है-‘जहाँ जाओ वहाँ अपनी छाप छोड़ करके आओ और वहाँ एक बदलाव करो जिससे लोगों की सोच बदले, मनोवृत्ति बदले।’
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