मैंने ग्रेजुएशन (graduation) बैंगलोर से किया और अब एम.बी.ए. (MBA) के लिए लंदन जा रही हूँ। क्या यह प्रतिभा पलायन है?
आपने पूछा है, अध्ययन के लिए देश-विदेश में जाना प्रतिभा का पलायन तो नहीं है। अगर आप अध्ययन के लिए जाना चाहती हैं तो जाइए। पढ़ने के उपरान्त आप यह सोचिए कि ‘जिस जगह मैंने जन्म लिया, उस मातृ भूमि का ऋण मुझे चुकाना है और अपनी मातृभूमि के उद्धार के लिए मैं जितना कर सकूं, करूं।’
पढ़ लिखकर योग्य बनो, समर्थ बनो। वहाँ रहकर भी यहाँ के लिए बहुत कुछ कर सकती हो और यहाँ वापस आकर भी बहुत कुछ कर सकती हो। पढ़ने के लिए जाओ, पर एक बात ध्यान रखना इस पढ़ाई के चक्कर में अपने जीवन की अच्छाई को कहीं मत छोड़ देना, उसे बचा कर रखना। तुम्हारा अध्ययन, तुम्हारी आन्तरिक चेतना को प्रभावित न करे इस बात को ध्यान में रखना और अपने जीवन की मौलिकता को सुरक्षित रखना, कहीं कोई कठिनाई नहीं होगी।
Leave a Reply