शंका
कोई इंसान अगर अपने शील की रक्षा के लिए आत्महत्या करता है, तो ऐसा करना क्या उचित है?
समाधान
शील की रक्षा करना बहुत आवश्यक है और शील की रक्षा के लिए आत्महत्या करने के औचित्य की बात आपने की है। पुराणों में कुछ ऐसा प्रसंग आता है कि जब किसी शीलवती स्त्री के ऊपर इस तरह के अत्याचार की स्थिति आई, तो उन्होंने आत्महत्या करने का प्रयास किया है। शायद मैना सुंदरी के प्रसंग में भी ऐसा आता है, तब देवों ने उसकी रक्षा की। पर ऐसे आत्महत्या का प्रयास कतई उचित नहीं माना जाता। लेकिन जब ऐसा लगे कि मेरा धर्म पूरी तरह भ्रष्ट हो जाएगा, तो उस समय अपनी सुरक्षा के लिए संक्षेप प्रत्याख्यान विधि से अन्न-जल का त्याग करके अपने आप में स्थिर हो जाना चाहिए। अगर व्यक्ति शील में अडिग होगा, तो देवता भी उसकी सुरक्षा किये बिना नहीं रहेंगे।
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