शंका
मेरे घर में सब कहते हैं कि “गणपति जी को मत मानो, माता जी की आरती आदि सब मिथ्यात्त्व है” तो मिथ्यात्त्व होता क्या है?
समाधान
जो सत्य धर्म से विरुद्ध होता है उसको मिथ्यात्त्व बोलते हैं। उसमें पाप होता है इसलिए हमको सिर्फ वीतराग भगवान की पूजा करनी चाहिए।
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