शंका
विधान या पंचकल्याणक में जब कोई इंद्र-इन्द्राणी बनकर हाथी-घोड़े पर सवार होकर आते हैं। इससे भी तो जानवरों का शोषण होता है, यह भी तो एक तरह का पाप है, तो क्या यह उचित है?
समाधान
हाथी-घोड़े आदि को पालतू पशु की श्रेणी में लिया गया है। यदि उनका ठीक ढंग से भरण-पोषण हो और उन पर एकाध आदमी चढ़े तो ठीक है। पर हाथी पर हाथी चढ़ जाए तो अति भारारोपण है, चढ़ते समय इसका ध्यान रखना चाहिए, हिसाब से चढ़ोगे तो शोभा है। तुमने बोली ली और पूरे कुनबे को चढ़ा दिया तो अति भारारोपण है। ऐसा नहीं करना चाहिए।
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