शंका
जब हम मन्दिर जी में चावल चढ़ाते हैं, तो वे अक्सर ज़मीन पर गिर जाते हैं और उनका अनादर होता है। फिर मन में आता है कि हमें चावल नहीं चढ़ाने चाहिए। कृपया समाधान कीजिए।
शिखा जैन, दिल्ली
समाधान
चावल ‘न चढ़ाएँ’ की जगह ‘ठीक ढंग से चावल चढ़ाएँ’। जहाँ कहीं भी आप जायें तो जहाँ पर आप खड़े हों पहले उस जगह को रूमाल से साफ़ करलें, और फिर थोड़ी सी सामग्री चढ़ा दें। इससे औरों को भी प्रेरणा मिलेगी। आप अपने साथ एक रूमाल रखिए और उस जगह को साफ़ करके ही वहाँ खड़े होइए।
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