शंका
जल को शुद्ध कैसे करते हैं? उसको जब हम उबालते हैं, उसमें बहुत सारे छोटे-छोटे जीवाणु मर जाते हैं, फिर भी हम बोलते हैं यह जल शुद्ध है, कैसे?
समाधान
गृहस्थों के जीवन में दो प्रकार के जीव होते हैं; एक त्रस जीव और एक स्थावर जीव। त्रसजीव वह होते हैं जो चलते फिरते हैं और स्थावरजीव वह होते हैं जो एक जगह रहते हैं, तो गृहस्थ लोग त्रस जीव की हिंसा के त्यागी होते हैं, स्थावर जीव के नहीं। जब हम पानी को छानते हैं तो उसमें से त्रस जीव अलग कर लेते हैं और एक अन्तर मुहूर्त तक न छानने पर उसमें वापस त्रस जीव हो जाते हैं, अगर आप उनको उबाल लेते हैं तो फिर उसमें कोई जीव नहीं रहता है, ना ही त्रस जीव रहते हैं और ना ही स्थावर, इसके बिना कोई उपाय नहीं है। इसलिये गरम करने पर दोबारा उसमें ना ही त्रस जीव आ पाते हैं और ना ही स्थावर जीव आ पाते हैं, इसलिये उसको शुद्ध माना जाता है।
ऐसा मानना है कि जमीन के नीच उगने वाली सब्जियों में कई सारे बैक्टिरिया और जीवाणु होते हैं जो हमें नग्न आंखों से नहीं दिखते। अन्य सब्जियों में बैक्टिरिया और जीवाणु कम होते हैं।क्या कोई एसी वैज्ञानिक तुलना उपलब्ध है?