दूसरों के नही, अपने दोषों को देखो

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दूसरों के नही, अपने दोषों को देखो
Learn to look at your flaws first

दूसरों के दोष पर ध्यान न दो। उससे तुम्हारा कोई प्रयोजन नहीं है। तुम्हारा प्रयोजन केवल तुमसे है। दूसरों के कृत्य-अकृत्य मत देखो। केवल अपने कृत्य-अकृत्य का अवलोकन करो। सिर्फ अपना ही अवलोकन करो। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा दूसरों के नही, अपने दोषों को देखो

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