मुस्कान प्रेम की अभिव्यक्ति है-
एक मुस्कराहट पूरे वातावरण को बदल देती है। अक्सर देखा जाता है कि लोग अपनों से मुँह चढ़ा कर बात करते हैं पर दूसरों से बहुत ही अच्छे से बात करते हैं । वैसे तो घर में एक-दूसरे को देखते ही प्रमोद भाव प्रकट होना चाहिए, चेहरे पर एक मुस्कान होनी चाहिए। मान लीजिये आप सड़क पर जा रहे हैं और सामने से किसी आते हुए व्यक्ति को आपने मुस्कान दी तो निश्चित है सामने वाला व्यक्ति भी आपको देखकर मुस्कुराएगा क्योंकि प्रेम सदैव प्रेम को बढ़ता है। अगर हम प्रेमाभिव्यक्ति करेंगे तो सामने से बदले में भी प्रेम की ही अभिव्यक्ति होगी और अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो ऐसा नहीं होगा।
मुस्कुराहट की ताक़त-
संत भी कहते हैं कि हमें मुस्कुराना चाहिए। कोई कितना भी गुस्सा हो बस उसके सामने हल्का सा मुस्कुरा दीजिये, उसका गुस्सा ठंडा हो जाएगा। मुस्कुराना एक तरीका है और इसमें इतनी ताक़त है जिससे वातावरण को बदला जा सकता है। अगर इस आदत को अपने व्यक्तित्व में उतारा जाएगा तो यह प्रेम के विस्तार का कारण बनेगी। जिस परिवार में यह बातें, आदतें समाहित होंगी उस घर परिवार में कभी कटुतापूर्ण सम्बन्ध नहीं बनेंगे बल्कि उनके सम्बन्ध प्रेमपूर्ण बनकर ही रहेंगे।
मुस्कराहट है जीवन की धरोहर-
हमें 4 चीज़ों को अपने जीवन में उतरना चाहिए:
- धन्यवाद देना
- प्रशंसा करना
- माफ़ी मांगना
- मुस्कुराना चाहिए
हमें अंदर से मुस्कुराना चाहिए क्योंकि जैसे की प्रेशर कुकर में पर्याप्त प्रेशर बनने के बाद भी अगर सिटी ना बजे तो वह फट सकता है उसी प्रकार जीवन में जब भी दिमाग में प्रेशर बढ़ने लगे तब हमे मुस्कुराहट के साथ प्रसन्नता की सिटी बजानी चाहिए क्योंकि ये चेहरे की मुस्कुराहट ही हमारे जीवन की धरोहर है।
Edited By: Ankit Jain, Agra.
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