शंका
मेरा एक दत्तक पुत्र है। मैंने जब से उसे गोद लिया है उसी समय से मेरे मन में उसके लिए नकारात्मक विचार आते हैं, कोई उपाय बतायें?
समाधान
जब आपने उसे गोद लिया तो विचार नकारात्मक आयें या सकारात्मक आयें, बच्चा तो बच्चा है। गोदनामा हो जाने से क़ानूनन वह आपका बच्चा है। तो आपको अपने नकारात्मक विचारों को सकारात्मक रूप में बदलना होगा। निश्चित ये नकारात्मक विचारों का असर आपके बच्चे पर पड़ेगा और हो सकता है कि वह उससे प्रभावित होकर भविष्य में आपकी दुर्दशा का कारण बन जाये। इसलिए अशुभ अमंगल सोच को बदलें। और ये सोचें कि निश्चित ही उसका और मेरा अगले जन्म का नियोग होगा। तभी मैंने उसे दत्तक पुत्र के रूप में स्वीकार किया है। और जब स्वीकार कर ही लिया है, तो क्यों न मै उसका पालन करूँ? उसका अर्चन करूँ, ताकि हमारे जीवन का कल्याण हो सके।
Leave a Reply