पाप कर्म के उदय में विवेक को कैसे जागृत रखें?
पाप कर्म के उदय में विवेक को कैसे जागृत रखें? शंका कहते हैं – ‘पाप कर्म के उदय में अपने विवेक को जागृत रखना चाहिए’। लेकिन विवेक को जागृत रखने…
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read moreअतिथी कौन और उनका सत्कार कैसे करें? शंका “अतिथि: देवो भव:” हमारे भारत की परम्परा है। लोग इसको निर्वाह करने के लिए बहुत कुछ करते भी हैं। कभी-कभी कुछ प्रॉब्लम…
read moreपंचकल्याणक में भगवान के माता-पिता के पात्र में क्या गुण होने चाहिए? शंका पंचकल्याणक में भगवान के माता-पिता बनने के पहले और बाद में हमें किस प्रकार की भावना भानी…
read moreविधवा यदि शीलवान है, तो अमाँगलिक कैसे? शंका प्राय: धार्मिक और सामाजिक कार्यों में विधवा औरत को अमांगलिक माना जाता है, चाहे उस के पुत्र की ही शादी हो, ये कहाँ…
read moreब्रह्मचर्य का वास्तविक स्वरूप क्या है? शंका ब्रह्मचर्य का क्या अर्थ है? क्या विवाहित व्यक्ति गृहस्थी जीवन में रहकर ब्रह्मचर्य का पालन कर सकता है? समाधान आचार्य उमा स्वामी ने ब्रह्मचर्य…
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