उत्तम शौच धर्म(Supreme Purity)

उत्तम शौच से अभिप्राय :- उत्तम शौच का अर्थ है पवित्रता। आचरण में नम्रता, विचारों में निर्मलता लाना ही शौच धर्म है। बाहर की पवित्रता का ध्यान तो हर कोई…

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क्रोध- क्षमा का शत्रु

क्रोध: -सहन करने में समाधान है, जवाब देने में संघर्ष। -एक गुणवान मनुष्य जिसे बिना कारण ही क्रोध उत्पन्न हुआ करता है उसका कोई भी सम्मान नहीं करता है। -क्रोध…

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स्त्रियों का पुनर्विवाह एक अभिशाप

स्त्रियों के लिए पुनर्विवाह का निषेध क्यों? दिगम्बर जैन मतानुसार स्त्री जिस पुरुष के साथ एक बार विवाह के बंधन में बंध जाती है, उसी पुरुष को अपना सर्वस्व देती…

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