बावनगजा में श्री शांति लाल जी की समाधि
आचार्य भगवंत के आर्शीवाद से और मुनि श्री 108 प्रमाणसागर जी महाराज , मुनि श्री 108 विराट सागर जी महाराज के परम सान्निध्य में आज सुबह महामंत्र णमोकार सुनते हुये वस्त्र त्याग कर सल्लेखना धारण की| यह सिद्धचक्र महामंडल विधान का चतुर्दशी का अद्भुत दिन था।
बाबा जी पूज्य मुनि श्री 108 प्रमाणसागर जी महाराज के परम सान्निध्य में लगभग 10 वर्ष (२००५ – २०१६ तक) ब्रह्मचारी अवस्था मे रहे| २०१६ से आचार्य भगवंत 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के आर्शीवाद से सिद्ध क्षेत्र नेमावर में विराजमान थे।
पिछली 3 तारीख को बाबा जी सिद्धचक्र विधान में बावनगजा आये थे। बाबाजी की उम्र 87 वर्ष थी। उन्होने अपने जीवन में उन्होंने हजारों का जीवन बदला था। वें एक उत्कृष्ट तपस्वी थे, और एक आदर्श गृहस्थ थे। हम उनके लिए मंगल भावना भाते है|
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