शंका
वेदी में बहुत से लोग रोज १०८ बार परिक्रमा देते हैं, क्या ऐसा करना चाहिए?
समाधान
हमारे यहाँ तीन परिक्रमा का तो विधान है, १०८ का तो कोई विधान नहीं मिलता। लेकिन करते हैं, ये भी भक्ति का अंग है। करने में कोई निषेध नहीं, पर भागते-दौड़ते नहीं करना चाहिए। व्यवस्थित तरीके से करना चाहिए और मन्नत-मनौती की दृष्टि से करना उचित नहीं है।
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