शंका
वैराग्य होने पर वैराग्य के मार्ग पर चलें या पारिवारिक दायित्वों का निर्वाह करें?
समाधान
अगर किसी के अन्दर वैराग्य है, तो वैराग्य तो बहुत अच्छी बात होती है और होना ही चाहिए। यदि घर में ऐसी कोई ज़िम्मेदारी और दायित्व है, तो जब तक ज़िम्मेदारी निभाने की बात है, समय के अनुसार अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए; पर ज़िम्मेदारी निभाते हुए भी अपने वैराग्य को जीवित रखना चाहिए और जैसे ही ज़िम्मेदारी पूर्ण होती सी दिखे, अपने आप को वैराग्य के रास्ते पर आगे बढ़ा देना चाहिए।
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