पंचकल्याणक महोत्सव का महत्व
Significance of Panchkalyanak Mahotsava.
जिन्होंने हमें आत्मकल्याणक का मार्ग बतलाया एवं स्वयं भी उस कल्याण मार्ग पर चलकर जन्म—मरण से रहित हुए, उन तीर्थंकर परमात्माओं के जीवन की वे पांच घटनाएं — गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान और मोक्ष के रूप में मानी जाती है, पंचकल्याणक कहलाती हैं। देव, विद्याधर एवं मनुष्यों द्वारा विशेष प्रकार से हर्षोल्लास मनाया जाता है। इस कलिकाल में साक्षात् तीर्थंकरों का हमारे क्षेत्र में अभाव है। अत: उनके जिनबिम्बों पर स्थापना निक्षेप से इन पंचकल्याणकों की विधि सम्पन्न की जाती है। जाने मुनि श्री प्रमाण सागर जी से पंचकल्याणक महोत्सव का महत्व
Leave a Reply