शंका
अखंड ज्योति की परम्परा जिन शासन में कब से है और इसका क्या महत्त्व है?
समाधान
अखंड ज्योति की परिपाटी आजकल ज़्यादा देखने में आ रही है। मन्दिर में अखंड ज्योति होने का आध्यात्मिक विधान देखने में नहीं मिला। किसी भी प्रतिष्ठा ग्रन्थ में मुझे तो आज तक नहीं मिला। अकृत्रिम जिनालयों में दिव्य ज्योति होती है, वहाँ किसी भी प्रकार की जीव हिंसा की सम्भावना नहीं होती लेकिन आज मन्दिरों में अखंड ज्योति जलाई जा रही है, वहाँ की स्थितियाँ भिन्न होती है और कोई भी ज्योति अखंड आजकल होती नहीं, खंडित हो जाती है। इसलिए इस पर बहुत विचार करना चाहिए।
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