शंका
कुछ लोग प्रतिमाओं के तीन कल्याणक (गर्भ, जन्म और तप) करके भारत से बाहर ले जाते हैं और उसकी पूजा करते हैं तो क्या यह उचित है?
समाधान
प्रतिष्ठा शास्त्रों में भगवान के पंचकल्याणक का वर्णन है त्रय कल्याणक का नहीं, इसलिए केवल तीर्थंकरों की मुनि मुद्रा को प्रतिष्ठित करके उसे पूजना, अपने साथ रखना, यह शास्त्र के विरुद्ध है। वर्तमान में उपलब्ध सारे प्रतिष्ठा पाठों का अवलोकन मैंने कर लिया है मुझे कहीं नहीं मिला। यह नई-नई परम्परा का आविर्भाव है यह ठीक बात नहीं है।
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