हमारे जीवन में विचारों का क्या महत्त्व है? हमारे विचार प्रतिक्षण बदलते रहते हैं और क्षण-क्षण में भाव भी बदलते रहते हैं तो हमारे जीवन में विचारों का क्या महत्त्व है?
हमारे विचार का जीवन में सबसे ज़्यादा महत्त्व है। आपने गाड़ी चलते हुए देखी है? गाड़ी किस पर चलती है? पहिये पर चलती है। पहिये को कौन चलाता है? इंजन पहिये को चलाता है। लेकिन पहिया चलता कब है? जब उसमें हवा भरी हो तब, बिना हवा के पहिया चलता है क्या? नहीं ना। हम अपने जीवन में प्रगति तभी ला सकेंगे, जब हमारे जीवन की भीड़ में विचारों की हवा भरी होगी, उससे हमें गति मिलती है। विचार हमारे उत्कर्ष का आधार है। विचार ही मनुष्य को ऊपर उठाते हैं, विचार ही मनुष्य को नीचे गिराते हैं। अच्छे विचार जहाँ हमारी उन्नति के कारण है, तो बुरे विचार हमारे दुर्गति के हेतु। हमारे यहाँ कहा गया है –
बन्धाये विषयासक्तं मुक्तिये निर्विषयं मन: मनयो मनुष्यानाम कारणम् बन्ध मोक्षयाँ।
ये विषयासाक्त मन बन्धन का कारण है और विषयातीत मन मुक्ति का कारण है। मन ही मनुष्य के बन्ध और मोक्ष का कारण है। मन हमारे विचार का स्रोत है, अच्छे विचार हमारी उन्नति के आधार है। इसलिए हमेशा विचार को जगाइए और अच्छे विचार को जगाने के लिए हमेशा अच्छे आलम्बन से जुड़ने की आवश्यकता है क्योंकि विचारों को आलम्बन चाहिए। जैसे आलम्बन मिलते हैं, जैसे निमित्त मिलते हैं तो विचार वैसे खिलते हैं।
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