मुनिराज के आहार में ३२ ग्रास का क्या अर्थ है?

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शंका

मुनिराज के आहार में ३२ ग्रास का क्या अर्थ है?

समाधान

शास्त्रों में जो ३२ बताया वह दूसरे हिसाब से बताया है, चावल के १००० दाने का एक ग्रास होता है। एक बार हिसाब लगावाया था १९९८ में, सतना में, तो छोटे चावल के दाने को १००० दाने को लिखा, तो १४७ ग्राम हुआ और जब बड़े चावल के दाने को लिखा, तो १६७ ग्राम हुआ। १६७ ग्राम चावल का एक बार, हिसाब लगा लो, एक ग्रास ही नहीं खा पायेंगे ३२ तो बहुत दूर की बात है।

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