शंका
गुरु-उपास्थि से क्या आश्रय है? इसका कैसे सदुपयोग करें?
समाधान
गुरु-उपास्थि बहुत महत्त्वपूर्ण शब्द है, इसका अर्थ है-गुरु की उपासना करना। उपास्थि मतलब गुरु के नजदीक जाकर उनके गुणों को ग्रहण करना, यह गुरु-उपास्थि का सही रूप है। गुरु उपासना यानी गुरु सेवा मात्र नहीं-गुरु की सेवा करना, सुश्रुषा करना, उनकी भक्ति करना, उनके आगे-पीछे रहना, उनके लिए अन्य प्रकार की व्यवस्थाएं बनाना- यह तो बहुत उथला रूप है। सच्चे अर्थों में गुरु के गुणों का अनुरागी बनकर उनके निकटता को प्राप्त करना, उनके गुणों को आत्मसात करने की कोशिश करना और अपने ह्रदय को गुरु चरणों में समर्पित कर देना, सच्चे अर्थों में यही गुरु-उपास्थि है।
Leave a Reply